यह पेपर करंसी अभी जनता को मिलेगी, तो देश का हर किसान करोड़पती बन जायेगा। देश का बंटवारा करवाने वाला मोहनदास करमचंद गांधी कहां से इन नकली पेपर करंसी (Promisary नोट) पर घुस आया और यह किसकी चालबाजियां थी??
दुनिया में सबसे अमीर इंग्लैंड के राॅथ्सचाईल्ड परिवार के बॅंक ऑफ इंग्लैंड की भारत स्थित शाखा रिजर्व्ह बॅंक ऑफ इंडिया नकली पेपर करंसी नोट (Fake Promisary Note) छाप रही है, इन नकली वचननामा चलन (Fake Promisary Note) का कोई भी आधार मानक मुल्य नहीं है।
यह रिजर्व्ह बॅंक ऑफ इंडिया और भारत सरकार दोनों मिलकर भारत की जनता के साथ बहोत बडा धोखा कर रही है और इससे सभी बॅंक और वित्तीय कंपनियां भारत की जनता का आर्थिक शोषण कर रही है।
पिछले सौ सालों से यहूदी राॅथ्सचाईल्ड परिवार इन सभी बॅंकों के जरिए नकली करंसी पेपर नोट थमाकर भारत की जनता पुरा सोना-चांदी लुटकर इंग्लैंड और अमेरिका ले जा रहे हैं।
यह भारत की जनता के साथ हो रहा इतिहास का सबसे बड़ा षडयंत्र है।
जागो भारत जागो, अपना हक मांगो।⚖️
यह पोस्ट भारत ही हर जनता तक पहुंचना जरूरी है।